महंथ योगी आदित्यनाथ का बयान "जहाँ मुस्लिम आबादी अधिक है वहां सांप्रदायिक झड़पें अधिक होती हैं". इस बयान ने बवाल खड़ा कर दिया है. निःसंदेह यह आपत्तिजनक है ! सरकार को इस कृत्य पर कार्यवाही करनी चाहिए। यहाँ यह भी उल्लेखनीय उचित प्रतीत होता है की केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों को एक तथ्यात्मक सर्वेक्षण कराना चाहिए और यह सिद्ध किया जाना चाहिए कि ऐसा बयान सत्य से बिलकुल विपरीत है। ऐसा इसलिए किया जाना आवश्यक है कि भविष्य में इस प्रकार के बयान जारी न किये जा सके और तथ्यहीन बयानों पर आवश्यक कार्यवाही की जा सके। यदि सरकारें ऐसा नही करती हैं तो निःसंदेह सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने का खतरा बना रहेगा। इस प्रकरण में केंद्र एवं राज सरकारों का ढीला-ढाला रवैया कई प्रश्न खड़े करने वाला है या कही यह तो नही की योगी जी "कड़वा" बोल गए ? हम तो बस पूछ रहे हैं और सोच रहे हैं ………
bahut satik vyang hai
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